Purnia Airport: बिहार के एक और शहर से हवाई यात्रा (Air travel from Purnea) जल्द ही शुरू होगी. हवाई अड्डे के लिए भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो गया है. राजस्व विभाग द्वारा सिफारिशों को मंजूरी मिलने के बाद पूर्णिया हवाई अड्डे के लिए आवश्यक भूमि नागरिक उड्डयन निदेशालय को सौंप दी गई है.

Purnia Airport (पूर्णिया हवाई अड्डा)

जल्द ही पूर्णिया और उसके आसपास के इलाकों के लोगों का हवाई सफर का सपना पूरा (Air travel will start from Purnea Airport) होने जा रहा है. पूर्णिया के जिलाधिकारी राहुल कुमार ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि बिहार सरकार के नागरिक उड्डयन निदेशालय (Directorate of Aviation) को जरूरी भूमि सौंप दी गयी है. भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो

गया है. निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण को लेकर पटना हाईकोर्ट से सुनवाई को 45 दिन का समय दिया गया था. जिला प्रशासन ने तेज गति से मामले में 20 दिन के अंदर पूरी कार्रवाई की.

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राजस्व विभाग की मंजूरी मिलने के बाद सौंपी गयी भूमि: पूर्णिया के जिलाधिकारी राहुल कुमार ने ट्वीट कर कहा है कि राजस्व विभाग द्वारा हमारी सिफारिशों को मंजूरी मिलने के बाद हमने पूर्णिया हवाई अड्डे (Purnea Airport) के लिए आवश्यक भूमि नागरिक उड्डयन निदेशालय, बिहार सरकार को सौंप दी है. भूमि अधिग्रहण का काम अब पूरा हो गया है.

भूमि अधिग्रहण के बाद साफ हुआ रास्ता: पूर्णिया में हवाई अड्डे की राह में सबसे बड़ा रोड़ा भूमि अधिग्रहण था. भूमि अधिग्रहण का काम पूरा होने और राजस्व विभाग द्वारा सिफारिशों की मंजूरी मिलने के बाद पूर्णिया से विमान सेवा शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है. पूर्णिया में हवाई अड्डे को लेकर मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने भी अभियान चलाया था.

2016 में पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था एलान: पूर्णिया से विमान सेवा शुरू करने का ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2016 में किया था. इसके लिए 52 एकड़ जमीन की जरुरत थी. इसके लिए भूमि का अधिग्रहण किया जाना था लेकिन मामला कोर्ट में लंबित रहने के कारण भूमि अधिग्रहण में समय लगा. पूर्णिया से विमान सेवा शुरू होने से पूर्वी बिहार और सीमांचल के लोगों को काफी फायदा होगा.

रैयतों ने कर दिया था हाईकोर्ट में केस: सिविल इन्क्लेव के निर्माण के लिए 52 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था. इसमें एक तिहाई जमीन करीब 17 एकड़ जमीन जिला प्रशासन की ओर से पहले ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सौंप दिया गया था. शेष जमीन के रैयतों ने हाईकोर्ट में केस कर दिया था. कई वर्षों से हाईकोर्ट में ये मामला लंबित था. 9 मार्च 2022 को हाईकोर्ट ने पूर्णिया के जिला पदाधिकारी को निर्देश दिया था कि वे इस मामले का निपटारा कर जल्द सरकार को स्वीकृति के लिए रिपोर्ट भेजें.

पूर्णिया के चुनापूर वायु सैनिक एयरपोर्ट पर पहले से सारी सुविधाएं हैं. हवाई सेवा के लिए यहां हवाई पट्टी बनी हुई है. हाल ही में इसकी रिपेयरिंग भी की गई है. सरकार अगर चाहे तो तत्काल बिडिंग करवाकर यहां से हवाई सेवा शुरू कर सकती है. 1962 में ही भारत-चीन युद्ध के बाद पूर्णिया में वायु सैनिक हवाई अड्डा बना था. यहां से कई बार सिविल सेवा की शुरुआत हुई लेकिन फिर बंद हो गई. अब इस इलाके के लाखों लोगों को हवाई सेवा जल्द शुरू होने की उम्मीद जगी है.

भागलपुर में राइप एयरलाइंस कर चुकी है सर्वे: इससे पहले भागलपुर में हवाई अड्डे का रास्ता साफ हो चुका है. भागलपुर में हवाई अड्डे का सर्वे राइप एयरलाइंस कर चुकी है. साथ ही हवाई अड्डे पर ट्रायल के लिए तीन मई को राइप एयरलायंस विमान उतरेगा. अभी बिहार के पटना, गया और दरभंगा से विमान सेवा उपलब्ध है.

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