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राष्ट्रीय जन जन पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सकेत कुमार ने यूरिया खाद और किसान विरोधी हथकंडे पर सरकार को घेरा

राष्ट्रीय जन जन पार्टी | बिहार में इन दिनों फिरसे यूरिया खाद की काफी किल्लत हो गयी गई है। यूरिया खाद की कमी और भरपूर कालाबजारी के कारण किसान के फसलों का भेंट चढ़ रहा है। कहीं 400, 700 तो कहीं 1100 रुपया तक देकर किसानों को यूरिया मिलता है। कहीं भूखे पेट सुबह से शाम तक लंबी लाइन में खड़े रहने के बाद देर शाम अगर कुछ मिलता है तो वो है निराशा।

वहीं जो बड़े पुंजिपति हैं उसको घर बैठे मनचाहा संख्या में यूरिया खाद होम डेलिवरी हो जाता है। यूरिया के अभाव के कारण गेंहूँ की खेती में काफी देर हो गयी है और कितने किसानों का खेत पटने के बाद सुख जाता है। यूरिया खाद के कारण पौधे का सही विकास नहीं हो पा रहा है तो कहीं महिना दिन बाद होने वाले मकई के पटवन के बाद देने के लिए यूरिया खाद का भंडारण हो रहा।

राष्ट्रीय जन जन पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने सरकार को घेरा

इसी मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय जन जन पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता साकेत कुमार ने सरकार को घेरते हुए किसानों के हित में कार्य करने का मांग किया। राजपा प्रवक्ता ने पैक्स में हो रहे समस्याओं को भी जल्द सुलझाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनो से मांग किया। उन्होंने प्रेस व्याप्ति जारी कर किसानों के साथ न्याय का गुहार लगाया।

राष्ट्रीय जन जन पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सकेत कुमार ने यूरिया खाद और किसान विरोधी हथकंडे पर सरकार को घेरा
                             साकेत कुमार (फ़ाइल फोटो)

साकेत लिखते हैं बिहार का पक्ष और विपक्ष सिर्फ सॉफ्ट कार्नर वाली राजनीति कर रही है। किसी को प्रधानमंत्री बनना है, किसी को मुख्यमंत्री बनना है, किसी को बड़ा नेता बनना है। लेकिन आवाम के मुल मुद्दे और पीड़ा पर ये लोग झेप जाते हैं।

वे आगे लिखते हैं सुबे में किसान खाद के लिए संघर्ष कर रहे हैं। किसान अपने अनाज को कहां बेचने की सबसे बड़ी दुविधा है। बिना तैयारी के बिहार सरकार ने अरवा- उसना का रोस्टर जारी कर विचौलियों को अघोषित मदद कर रही है। मगध कमिश्नरी के जिस जिले (औरंगाबाद) से मैं आता हूँ वहाँ बिहार सरकार ने रोस्टर जारी कर पैक्स को 100% उसना चावल देने को कहा है तो अरवल में 100% अरवा।

राजपा प्रवक्ता सरकार की नाकामी गिनाते हुए लिखते हैं इससे भी ज्यादा दुर्भाग्य इस बात का है कि माननीय सहकारिता मंत्री भी मगध क्षेत्र से हीं आते हैं। लेकिन किसानों की सुधी लेने वाला कोई नहीं है। राज्य का मुख्य विपक्षी दल भाजपा के नेता भी इन मुद्दों से दुरी बना रखी है क्योंकि इनके सबसे बड़े चाणक्य केन्द्र सरकार में इस विभाग के मंत्री है।

साकेत कुमार बिहार और केंद्र के कृषि मंत्री को लिखते हैं की माननीय मंत्री जी (केन्द्र एवं राज्य) कृप्या इन समस्याओ पर गंभीरतापूर्वक संज्ञान लें और निवारण के उपायों को लागु करें। आपको बताएं अन्नदाताओं के समस्या को लेकर राष्ट्रीय जन जन पार्टी हमेशा मुखर रहती है। राजपा नेता सरकार को देश के अर्थव्यवस्था किसपर टिकी है आये दिन याद दिलाते रहते हैं।

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