अनंत सिंह को उनके पैतृक घर लदमा में एके-47 और हैंड ग्रेनेड रखने मामले में MP MLA कोर्ट द्वारा दोषी करार दिया गया साथ हीं मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को 10 साल की कैद की सजा सुनाई गई है। इसके साथ ही उनकी विधानसभा की सदस्यता भी समाप्त हो गई है।

राजद के टिकट पर पिछले विधानसभा चुनाव में अनंत सिंह पटना जिले के मोकामा से विधायक चुने गए थे। अनंत की मुश्किलें एक आडियो के वायरल होने के बाद बढ़ गई थी। बात लगभग तीन साल पुरानी है। बाढ़

अनुमंडल की पुलिस ने तीन बदमाशों को पंडारक थाना क्षेत्र से 14 जुलाई, 2019 को अधमरे हालत में गिरफ्तार किया था। उनके पास हथियार भी थे। एक बदमाश के मोबाइल से आडियो क्लिप मिली थी, जिसमें मोकामा विधायक अनंत सिंह अपने विरोधी भोला सिंह और उसके भाई मुकेश सिंह की हत्या की साजिश रचते सुनाई दिए थे। उस समय अनंत सिंह 2014 में हुए पुटुस हत्याकांड और सरकारी आवास से मैगजीन मिलने के मामले में जेल में बंद थे।

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आडियो क्लिप की अनंत सिंह की आवाज से मिलान कराई गई। फोरेंसिक जांच में वायस मैचिंग रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि ये आवाज उनकी ही है। इसके बाद पुलिस ने उनपर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। जिन तीन शूटरों की गिरफ्तारी हुई थी, उनमें बुद्धा कालोनी थाना क्षेत्र के चकारम निवासी गोलू कुमार, दुजरा निवासी छोटू और मैनपुरा निवासी छोटू उर्फ राजीव शामिल थे। इस बाबत पंडारक थाने में इन तीन शूटरों के अलावा अनंत सिंह, लल्लू मुखिया, उसके भाई रणवीर यादव, विकास सिंह, उदय यादव व अन्य के खिलाफ 75/19 मामला दर्ज किया गया था।

एक महीने दो दिन बाद पुलिस ने पैतृक आवास पर बोला धावा

अनंत सिंह

तीन शूटरों की गिरफ्तारी के ठीक एक महीने दो दिन बाद 16 अगस्त, 2019 को बाढ़ की तत्कालीन सहायक पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी लिपि सिंह की अगुवाई में कई थानों की पुलिस ने विधायक अनंत सिंह के लदवां स्थित पैतृक आवास पर धावा बोल दिया। वहां पुलिस ने उनके पुश्तैनी मकान को खंगाला, जिसके बाहर प्रांगण में बने एक कमरे से दो पार्ट में कागज में लपेटी गई एके-47 राइफल, दो हैंड ग्रेनेड और 26 कारतूस मिले थे। इस कमरे की देखभाल सुनील राम करता था। इस मामले में विधायक और सुनील राम को अभियुक्त बनाया गया।

कोर्ट बंद रहने से सात महीने टल गई सुनवाई

Anant Singh AK-47 Case

कोरोना काल में कोर्ट बंद रहने के कारण करीब सात महीने तक एके-47 और विस्फोटक मिलने के मामले में सुनवाई टल गई। नियमित रूप से कोर्ट का संचालन होने के बाद मामले में फास्ट ट्रायल शुरू हुआ। जनवरी 2021 में तत्कालीन एएसपी लिपि सिंह की गवाही पूरी हो गई। करीब तीन महीने पहले तत्कालीन मुंगेर डीआइजी व वर्तमान में आइटीबीपी पुलिस उपमहानिरीक्षक मनु महाराज भी इसी मामले में गवाही देने के लिए देहरादून से पटना सिविल कोर्ट में हाजिर हुए।

बिहार के बाहुबली MLA अनंत सिंह को 10 साल की सजा, घर से मिले थे AK-47 और हैंड ग्रेनेड…